जो गुमनामी में रहना चाहे वो कभी ‘नेता जी नहीं हो सकता



जो गुमनामी में रहना चाहे वो कभी ‘नेता जी नहीं हो सकता

















कोई भी ऐसा व्यक्ति कभी नेता जी नहीं हो सकता जो गुमनामी में रहना चाहता हो। नेता जी ने मुखर होकर हमेशा अपनी बात रखी, निडरता के साथ नेतृत्व क्षमता थी तो किसी गुमनामी बाबा को नेता जी मान लेना गलत है। गुमनामी बाबा अगर नेता जी होते तो वो सामने से बोलते कि मैं हूं सुभाष चन्द्र बोस। ये बातें नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की 123वीं जयंती पर नेता जी के पौत्र व नमो सेना इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोमनाथ बोस ने गोरखपुर में कहीं। जयंती पर नमो सेना की ओर से ‘सुभाष चन्द्र बोस के सपनों का भारत विषयक संगोष्ठी का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। जिसकी अध्यक्षता करते हुये सोमनाथ बोस ने कहा कि नेता जी छिपने वालों में से नहीं बल्कि डट कर सामने खड़े रहने वालों में थे। गुमानामी बाबा नेता जी सुभाष चन्द्र बोस बताया गया। इसकी जांच के लिए चार बार हमारे परिवार के डीएनए का मिलान भी किया गया लेकिन हर बार डीएनए टेस्ट फेल हुआ। श्री बोस ने कहा कि जो व्यक्ति गुमनामी में रहना चाहता हो वो कभी नेता जी सुभाष चन्द्र बोस नहीं हो सकता। संगोष्ठी में प्रमोद कुमार पाण्डेय, पूर्व मेयर सत्या पाण्डेय, अशोक लोहिया, राजेश्वर त्रिपाठी, अंजनी कुमार मिश्रा, बृजेश राम त्रिपाठी समेत अन्य लोग शामिल रहे।


महिलाओं की दशा देख परेशान होते नेता जी


सोमनाथ बोस जब कुशीनगर से होते हुये पहली बार गोरखपुर पंहुचे तो सबसे पहले पैडलेगंज स्थित नेता जी की प्रतिमा पर रुके। प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और नेता जी अमर रहे के नारे लगाये। सोमनाथ बोस ने कहा कि नेता जी महिला सशक्तिकरण के पैरोकार थे। उन्होंने 75 साल पहले महिलाओं को चण्डी का रूप दिया। आज समाज में महिलाओं के साथ जो अत्याचार हो रहे हैं अगर नेता जी होते तो बहुत दुखी होते। लेकिन अगर नेता जी होते तो महिलाओं की ये दशा भी नहीं होती। महिलाएं बहुत सशक्त होतीं।


विरोधियों की सुने सरकार


नागरिकता संशोधन बिल और एनआरसी पर बोलते हुये सोमनाथ बोस ने कहा कि मैं राजनीति नहीं करता और राजनीति से दूर रहना चाहता हूं। नया कानून आया है जिसका विरोध हो रहा है। लोकतंत्र में विरोध करने का हक है। सरकार को चाहिए कि विरोधियों की बात सुने, उनके साथ बैठकर बात करे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बहुत सहनशील और संवेदशनशील व्यक्ति हैं। वो निश्चित रूप से विरोध का हल निकाल लेंगे